Wednesday, November 11, 2009

मेरा खुदा ...

मैंने ख़ुदा को किश्तों पे खरीदा था
किश्तों पे खरीदे हुए ख़ुदा
उस वक़्त तक दुआएं पूरी नहीं करते
जब तक सारी किश्तें अदा न हो जायें |

एक बार मैं ख़ुदा कि किश्त वक़्त पर अदा न कर सका
ख़ुदा को मेरे पास से उठा कर ले जाया गया
जो लोग मुझे जानते थे
उन्हें पता चल गया
अब न मेरे पास ख़ुदा है
न क़बूल होने वाली दुआएं
और
मेरे लिए ख़ुदा फ़र्ज़ कर लेने का मौका भी जाता रहा |

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